राशन कार्ड पर अनाज की ऑनलाइन जांच अब आसानी से संभव; सीखो कैसे करनी हे जांच
पुणे मेट्रो लाईव्ह :
अन्वरअली शेख :
पुणे शहर तारीख २६ खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत राशन कार्ड के माध्यम से गरीबों को मुफ्त खाद्यान्न वितरित किया जाता है। इसके लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) काम कर रही है। इसमें अधिक पारदर्शिता लाने के लिए सरकार ने एक ऑनलाइन प्रणाली ('ई-पीओएस' )शुरू की है। इसके माध्यम से राशन कार्ड धारकों को कितना अनाज मिलता है इसकी जानकारी दी जाती है। उसके बारे में…
'ई-पीओएस' क्या है ?
'ई-पीओएस' का मतलब 'इलेक्ट्रॉनिक प्वाइंट ऑफ सेल' सिस्टम है। यह एक केंद्रीय प्रणाली है, और राशन कार्ड धारक को इस बात की जानकारी मिलती है कि कितना और कब खाद्यान्न वितरित किया गया है। उसके लिए राशन कार्ड धारकों का आधार कार्ड संलग्न करना होगा। यह व्यवस्था राज्य में सबसे पहले जनवरी 2017 में लातूर जिले में शुरू की गई थी। अब यह योजना पुरे राज्य में लागू की गई है।
कार्रवाई की प्रणाली
राशन कार्ड पर कोई भी सदस्य राशन की दुकान पर 'ई-पीओएस' थंबिंग कर राशन ले सकता है। अंगूठा देने के बाद मशीन से एक रसीद बनती है। इस पर अनाज वितरण की पूरी जानकारी दी गई है। अगर किसी कारण से अंगूठा मेल नहीं खाता है तो 'आइरिस' (आंखें) का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
कैसे पता चलेगा कितना अनाज राशन कार्ड धारक को प्राप्त हुआ है..?
-सबसे पहले वेबसाइट mahaepos.gov.in पर जाएं।
- वेबसाइट के लेफ्ट साइड में आपको 'RC डिटेल्स' नाम का एक ऑप्शन दिखाई देगा, उस पर क्लिक करें।
-फिर उस महीने और साल का चयन करें जिसके लिए आप अनाज विवर की जांच करना चाहते हैं।
-अपने राशन कार्ड के पहले पेज से बारह अंकों का आरसी नंबर दर्ज करें और सबमिट बटन पर क्लिक करें।
-सबमिट करने के बाद आपको वेबसाइट पर राशन कार्ड पर सभी सदस्यों के नाम दिखाई देंगे। यदि आपने एक निश्चित महीने के लिए राशन लिया है, तो आपको कितना अनाज मिला है, इसकी जानकारी 'उपलब्ध वस्तु' में दिखाई देगी।
यह याद रखना…
- खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत केवल गेहूं और चावल की गारंटी है। अन्य अनाज, दालें, चीनी, खाद्य तेल उपलब्धता और समय-समय पर बदलती सरकारी नीति के अनुसार दिया जाता है।
- ऑनलाइन अनाज की जानकारी और वास्तविक अनाज के बीच विसंगति के मामले में, जिला आपूर्ति अधिकारी के कार्यालय में या ई-मेल द्वारा helpline.mhpds@gov.in पर या 1800224950 पर तुरंत शिकायत दर्ज की जा सकती है।
Comments
Post a Comment